Date: Saturday, 2025-11-8
Time: 03:43:00 PM
Location: 30.3165°N, 78.0322°E, 600m (Dehradun)
नाम: सिद्धार्थी
विक्रम सम्वत्: 2082
शक सम्वत्: 1947
कलि सम्वत्: 5126
विक्रम सम्वत्: 2082
शक सम्वत्: 1947
युधिष्ठिर सम्वत्: 5164 Alpha
परशुराम सम्वत्: 8202 Alpha
कलि सम्वत्: 5126
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा: 2025-03-30
उदयकालिक: तृतीया (जया तिथि)
पूर्णता: 95.59%
वर्तमान: मृगशिरा
पाद: 3
उदयकालिक: शिव
पूर्णता: 40.95%
उदयकालिक: विष्टि
पूर्णता: 91.18%
अमान्त: कार्तिक
पूर्णिमान्त: मार्गशीर्ष
पक्ष: कृष्ण
राशि: तुला
मास: आश्विन (गढ़वाली: असुज ) Alpha
गति: 22 प्रविष्टे
उदय: 06:38 IST
अस्त: 17:25 IST
मध्य पारगमन: 12:02 IST
उदय: 18:47 IST
अस्त: 09:50 IST
मध्य पारगमन: 02:17 IST
वर्तमान राशि: तुला
ऋतु: शरद्
अयन: दक्षिणायने
राशि में स्थिति: 22.04° (7.96° to next)
राशि प्रवेश: 2025-10-17
वर्तमान राशि में दिन: 22 दिन
अगली राशि: वृश्चिक
अगली संक्रांति: 2025-11-16
🔴 मंगल - अग्निचक्र मंगल में होने से यज्ञादि कर्म बन्धनकारक
🎭 क्रीड़ारत - कष्टप्रद
| ग्रह | राशि | स्थिति | नक्षत्र | गति | वेग | समय (IST) | अवस्था | उदय/अस्त |
|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
| ⌂ लग्न | मीन | 19° 3' 15" | रेवती पाद 1 | - | - | - | - | - |
| ☉ सूर्य | तुला | 22° 2' 24" | विशाखा पाद 1 | मार्गी | 0.9950° |
06:38 IST 17:25 IST 12:02 IST |
वृद्ध | उदय |
| ☽ चन्द्र | मिथुन | 2° 46' 18" | मृगशिरा पाद 3 | मार्गी | 14.8296° |
18:47 IST 09:50 IST 02:17 IST |
बाल | उदय |
| ☿ बुध | वृश्चिक | 12° 30' 33" | अनुराधा पाद 3 | मार्गी | 0.1764° |
08:22 IST 18:27 IST 13:24 IST |
युवा | उदय |
| ♀ शुक्र | तुला | 7° 38' 7" | स्वाति पाद 1 | मार्गी | 1.2489° |
05:29 IST 16:44 IST 11:07 IST |
कुमार | उदय |
| ♂ मंगल | वृश्चिक | 8° 34' 9" | अनुराधा पाद 2 | मार्गी | 0.7153° |
07:59 IST 18:19 IST 13:09 IST |
वृद्ध | अस्त |
| ♃ बृहस्पति | कर्क | 0° 54' 55" | पुनर्वसु पाद 4 | मार्गी | 0.0133° |
21:58 IST 11:51 IST 04:53 IST |
मृत | उदय |
| ♄ शनि | मीन | 1° 16' 53" | पूर्व भाद्रपद पाद 4 | 🔄 वक्र गति | -0.0340° |
15:01 IST 02:45 IST 20:53 IST |
मृत | उदय |
| ☊ राहु | कुम्भ | 20° 47' 16" | पूर्व भाद्रपद पाद 1 | 🔄 वक्र गति | -0.0530° | - | - | - |
| ☋ केतु | सिंह | 20° 47' 16" | पूर्व फाल्गुनी पाद 3 | 🔄 वक्र गति | -0.0530° | - | - | - |
| 🔢 # | 📛 नाम | 🕉️ प्रकार | 🕰️ आरंभ | ⏳ समाप्ति | ⏱️ अवधि |
|---|---|---|---|---|---|
| 1 | रुद्र | अशुभ | 06:38 IST | 07:21 IST | 43 minutes |
| 2 | अहि | अशुभ | 07:21 IST | 08:04 IST | 43 minutes |
| 3 | मित्र | शुभ | 08:04 IST | 08:47 IST | 43 minutes |
| 4 | पितृ | अशुभ | 08:47 IST | 09:30 IST | 43 minutes |
| 5 | वसु | शुभ | 09:30 IST | 10:13 IST | 43 minutes |
| 6 | वाराह | शुभ | 10:13 IST | 10:56 IST | 43 minutes |
| 7 | विश्वदेव | शुभ | 10:56 IST | 11:39 IST | 43 minutes |
| 8 | अभिजित | शुभ | 11:39 IST | 12:23 IST | 43 minutes |
| 9 | सतमुखी | अशुभ | 12:23 IST | 13:06 IST | 43 minutes |
| 10 | पुरुहुत | अशुभ | 13:06 IST | 13:49 IST | 43 minutes |
| 11 | वाहिनी | अशुभ | 13:49 IST | 14:32 IST | 43 minutes |
| 12 | नैर्ऋति | अशुभ | 14:32 IST | 15:15 IST | 43 minutes |
| 13 | वरुण | शुभ | 15:15 IST | 15:58 IST | 43 minutes |
| 14 | अर्यमा | शुभ | 15:58 IST | 16:41 IST | 43 minutes |
| 15 | भग | अशुभ | 16:41 IST | 17:25 IST | 43 minutes |
| 🔢 # | 📛 नाम | 🕉️ प्रकार | 🕰️ आरंभ | ⏳ समाप्ति | ⏱️ अवधि |
|---|---|---|---|---|---|
| 1 | गिरीश | अशुभ | 17:25 IST | 18:17 IST | 53 minutes |
| 2 | अजपाद | अशुभ | 18:17 IST | 19:10 IST | 53 minutes |
| 3 | अहिरबुध्न्य | शुभ | 19:10 IST | 20:03 IST | 53 minutes |
| 4 | पुष्णव | शुभ | 20:03 IST | 20:56 IST | 53 minutes |
| 5 | अश्विनी | शुभ | 20:56 IST | 21:49 IST | 53 minutes |
| 6 | यम | अशुभ | 21:49 IST | 22:42 IST | 53 minutes |
| 7 | अग्नि | शुभ | 22:42 IST | 23:35 IST | 53 minutes |
| 8 | विधाता | शुभ | 23:35 IST | 00:27 IST | 53 minutes |
| 9 | कण्ड | शुभ | 00:27 IST | 01:20 IST | 53 minutes |
| 10 | अदिति | शुभ | 01:20 IST | 02:13 IST | 53 minutes |
| 11 | अमृत | शुभ | 02:13 IST | 03:06 IST | 53 minutes |
| 12 | विष्णु | शुभ | 03:06 IST | 03:59 IST | 53 minutes |
| 13 | अर्क | शुभ | 03:59 IST | 04:52 IST | 53 minutes |
| 14 | ब्रह्म | शुभ | 04:52 IST | 05:45 IST | 53 minutes |
| 15 | समुद्र | शुभ | 05:45 IST | 06:38 IST | 53 minutes |
ॐ विष्णुर्विष्णुर्विष्णुः नमः परमात्मने पुरुषोत्तमाय ॐ तत्सत् अद्यैतस्य विष्णोराज्ञया जगत्सृष्टिकर्मणि
प्रवर्तमानस्य ब्रह्मणो द्वितीयपरार्द्धे श्रीश्वेतवाराहकल्पे वैवस्वतमन्वन्तरे अष्टाविंशतितमे कलियुगे तत्प्रथमचरणे
जम्बूद्वीपे भारतवर्षे भरतखण्डे विष्णुप्रजापतिक्षेत्रे क्षेत्रे
....... प्रदेशान्तर्गत ....... जिलान्तर्गत ........... स्थाने बौद्धावतारे
सिद्धार्थी नाम संवत्सरे 2082 विक्रमाब्दे 1947 शकाब्दे
दक्षिणायने शरद् ऋतौ कार्तिकमासे
कृष्णपक्षे
मिथुनराशिस्थिते चन्द्रे
तुलाराशिस्थिते सूर्ये
कर्कराशिस्थिते देवगुरौ
वृश्चिकराशिस्थिते भौमे
वृश्चिकराशिस्थिते बुधे
तुलाराशिस्थिते शुक्रे
मीनराशिस्थिते शनौ
कुम्भराशिस्थिते राहौ
सिंहराशिस्थिते केतौ सर्वेषु ग्रहेषु यथास्वं राशि स्थितेषु सत्सु एवं ग्रहगण विशिष्टायां शुभ पुण्यतिथौ
तृतीयायां तिथौ
शनिवासरे
मृगशिरा नाम नक्षत्रे
शिव योगे
विष्टि करणे
_______ गोत्रोत्पन्न _______ शर्मा/वर्मा/गुप्तोऽहं
ममात्मनः सर्वारिष्टनिरसनपूर्वक सर्वपापक्षयार्थं मनसेप्सितफलप्राप्तिपूर्वक—श्रुतिस्मृतिपुराणोक्तफलप्राप्त्यर्थं दीर्घायुरारोग्यैश्वर्यादिवृद्ध्यर्थं श्रीसाम्बसदाशिवप्रीत्यर्थञ्च लिङ्गोपरि
यथोपचारैः श्रीसाम्बसदाशिवपूजनपूर्वकं जलधारया षडङ्गरुद्रेण/रुद्रैकादशिन्या/लघुरुद्रेण रुद्राभिषेकं _______ गोत्रोत्पन्न _______ शर्मणा ब्राह्मणद्वारा कारयिष्ये वा स्वयं कर रहे हों तो
अहं करिष्ये कहकर हाथका सङ्कल्पजल आदि छोड़ दे।
पुनः हाथमें जल, अक्षत, पुष्प तथा कुश लेकर बोले- तदङ्गत्वेन कार्यस्य निर्विघ्नतया सिद्धयर्थं श्रीसिद्धलक्ष्मीसहितमहागणपतिदेवता
प्रीत्यर्थञ्च आदौ श्रीसिद्धलक्ष्मीसहित महागणपतिदेवताया: पूजनं करिष्ये, कहकर हाथका जल आदि छोड़ दे।